"हे उठ जाओ!" - एक धीमी आवाज़ सुनकर जब मेरी नींद खुली तो एक दुबली-पतली सुंदरी मेरे सामने थी! - - जाहिर है, वह उसे शराब के नशे में लेकर आया था। - - वह सुबह से ही बहकी हुई थी और सेवा की मानसिकता से सोफे पर बैठी थी, और जाहिर तौर पर वह एक अनुभवी फूहड़ कुतिया थी! - - जब मैंने सोचा कि उसने उसकी पैंट उतार दी और उसके खड़े लंड को चाटना शुरू कर दिया, तो उसने अचानक उसे चाटना शुरू कर दिया, और यह अप्रत्याशित था क्योंकि उसने उस पर आक्रामक तरीके से हमला किया। - - मुझे लगा कि वह इसे काउगर्ल पोजीशन में डालने जा रहा है, लेकिन फिर उसने रबर बैंड हटा दिया और इसे कच्चा डाला! - - ? - - कच्ची योनि का एहसास मुझे बहुत बार सहने पर मजबूर कर देता है...! - - वहीं से वह रुकीं और चुलबुली जिंदगी की शुरुआत की। - - 69 मेरी गोद में, रसोई में बलात्कार, एक फूहड़ कुतिया के साथ जितना मैं चाहूं उतना सेक्स करना!